डोंगरगढ़ – बिजली न्याय आंदोलन मुसरा में सम्मिलित हुए छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने कहा प्रदेश में बिजली दरों में 1.89% की गई वृद्धि को किसानों, गरीब उपभोक्ताओं और आम जनता पर अन्यायपूर्ण आर्थिक बोझ बताते हुए कड़ी आपत्ति जताई है।
श्री लोधी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह वृद्धि आंकड़ों में भले ही मामूली लगे, लेकिन इसका असली भार किसानों और मध्यमवर्गीय परिवारों पर पड़ रहा है। विशेषकर खेती पर पूरी तरह निर्भर किसानों के लिए प्रति यूनिट 50 पैसे की बढ़ोतरी अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अमानवीय है।
> “किसान कोई व्यापारी नहीं, बल्कि हमारे अन्नदाता हैं। उनकी आजीविका खेती पर निर्भर है। ऐसे में बिजली की दरों में बढ़ोतरी सीधे उनके जीवन पर प्रहार है,” श्री लोधी ने स्पष्ट रूप से कहा।
उन्होंने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि प्रदेश के उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण, सस्ती और स्थिर बिजली आपूर्ति मिलेगी, लेकिन व्यवहार में इसके विपरीत रहा है — दरें बढ़ रही हैं, और आमजन की जेब पर सीधा असर हो रहा है।
यह निर्णय जनविरोधी है, असंवेदनशील है और सरकार की कथनी व करनी के फर्क को उजागर करता है।
विष्णु लोधी ने सरकार से तीन प्रमुख मांगें रखीं:
1. कृषि उपभोक्ताओं पर की गई 50 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि को तत्काल वापस लिया जाए।
2. ग्रामीण, लघु और सीमांत उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों को स्थिर रखा जाए।
3. जनभागीदारी से बिजली नीतियों का निर्माण हो, ताकि किसानों और आम लोगों की आवाज सुनी जा सके।
उन्होंने आगे कहा कि,
> “यदि यह जनविरोधी निर्णय वापस नहीं लिया गया तो हम अन्नदाता किसानों की आवाज बनकर सड़कों पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेंगे। ये मेरी सामाजिक, नैतिक और राजनीतिक जिम्मेदारी है।”
बिजली न्याय आंदोलन को जिला पंचायत सदस्य महेंद्र यादव ,मदन साहू ने संबोधित किया, कार्यक्रम के संचालन ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश सिंह और आभार पंचराम ने किया। तत्पश्चात कनिष्ठ अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सेक्टर प्रभारी मोती वर्मा, अश्वनी कुमार पैकरा, नीतू जांगड़े ,चंदन जी ,इंद्रजीत साहू ,रोहित, चंद्रेश वर्मा ,नारायण ,तिलक ,सरवन आदि बड़ी संख्या में कांग्रेसी एवं किसान भाई उपस्थित रहे।