राजनांदगांव: डोंगरगढ़ में मंदिर रोपवे हादसा के बाद स्वयं ट्रॉली में मौजूद मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने इस हादसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
उन्होंने प्रेस वार्ता कर बताया कि मेंटेनेंस दिन भर में लगभग चार घंटे अलग-अलग शिफ्ट में किया जाता है ।
वर्ष भर में लगभग 52 दिन मेंटेनेंस को लेकर रोपवे संचालन बंद रहता है। मां बमलेश्वरी मंदिर में चैत्र क्वांर नवरात्र पर्व होता है ।
प्रतिदिन हजारों की संख्या में वही नवरात्र में लाखों की संख्या में यात्रीगण आते हैं और रोपवे का सेवा लेते हैं ।
यह हादसा टेक्निकल फॉल्ट होने की वजह से हुआ है।
वीवो – रोपवे के मेंटेनेंस का संचालन करने वाली कंपनी श्री दामोदर इन्फ्रा के सहायक इंजीनियर ने इस घटना की जिम्मेदार विद्युत विभाग को कहा।
विद्युत विभाग पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि विद्युत विभाग द्वारा लगातार बिजली कटौती की जाती है जिसमें विद्युत के उतार-चढ़ाव की वजह से यह बड़ा हादसा हुआ।