उत्तर2 मिनट पहलेलेखक: रउफ़ दार
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स्टार्स ने जो टैबलेट लगाए हैं, उनके स्पार्क ट्रक के सामने ग्लास पर देखा जा सकता है।
जम्मू-कश्मीर के पंच में शनिवार शाम (4 मई) को एयरफोर्स के जवानों पर आतंकी हमले में एक युवक शहीद हो गया। हमलों में पांच युवा घायल हो गए, जिन्हें एयरलिफ्ट कर उधमपुर के अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। एक और युवक की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह हमला पंच के शाहसितार इलाके में शाम 6 बजे 15 मिनट पर हुआ। 4 साइंटिस्ट ने एनाज़वेज़ के दो आश्रमों पर भारी मोर्टार की। इसमें एक वाहन एयरफोर्स का था। दोनों संगत सनाई टॉप जा रही है। ऑटोमोबाइल के सामने और साइड वाले ग्लास को पार कर लिया गया।
सेना के निर्देशों के अनुसार, घटना वाले इलाके में एयरफोर्स की गरुड़ स्पेशल फोर्स की स्थापना की गई है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस भी मौजूद हैं। सर्च इलाके को घेर लिया गया है और ऑपरेशन जारी किया गया है। एयरफोर्स ने एक्स पर बताया कि हमारे कैसल ने भी जवाबी हथियार की प्रैक्टिस की।
इससे पहले 21 दिसंबर को सुरनकोट में सेना के काफिले पर हमला हुआ था। इस हमले की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने ली थी। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सेना के अधिकारियों को शक है कि शनिवार शाम को हुए हमलों में भी इसी संगठन का हाथ है।
पुंछ, राजौरी-अनंतनाग सीट में आता है। यहां छठे चरण में 25 मई को वोटिंग होती है।
विपक्ष के साेमवार की सैटेलाइट…

एंटरप्राइज़ ने सुरनकोट क्षेत्र में फ़्लोरिडा के वाहन चलाए।

रेलवे स्टेशन पर ड्राइवर की सीट का शीशा भी टूट गया।
हमलों के बाद जंगल की ओर भागे साथी
अधिकारियों ने बताया कि हमला करने वाले के हाथ में एक असॉल्ट राइफल्स थी। हमलों के बाद वे पास के जंगल की ओर भाग गए। पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन ऑपरेशन जारी है, लेकिन अभी तक किसी के भी पकड़ने की सूचना नहीं है।
उधर, शुक्रवार से ही पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज पर ऑपरेशन सर्च चल रहा है। पुलिस को पंच में कुछ साइंटिस्ट के होने की सूचना मिली थी। हालाँकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सुरनकोट में पिछले साल दिसंबर में भी हमला हुआ था
सुरनकोट में 21 दिसंबर को सेना के काफिले पर हमला किया गया था। इसमें 5 जवान शहीद हो गए थे। यूनिवर्सिटी को 4 वैज्ञानिकों ने अंजाम दिया था। अमेरिकी एम-4 कार्बाइन एसोल्ट राइफल से स्टील डायरेक्ट फायर की जगह। ये स्टील सरदार सेना के साझीदार की मोती लोहे की छड़ी को पार करते हुए ब्लॉक किया गया।
पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने हमलों की जिम्मेदारी ली थी। आर्टिस्ट ने सोशल मीडिया पर हमले वाली जगह की तस्वीरें भी जारी कीं, जिसमें एम-4 राइफल के इस्तेमाल का दावा किया गया है।

मूर्ति की गली और बुफलियाज के एक अंधेरी मोड़ पर घाट पर साज़िश ने अमेरिकी एम-4 असॉल्ट राइफल से स्टील स्टैमिना फायर की जगह पर कामा बनाया।
इसी साल जनवरी में भी पंच पर हमला हुआ था
इसी साल 12 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में साजि़न ने सेना के वाहनों पर हमला किया था। इसके बाद मोर्टारों को जवाबी कार्रवाई में तैनात किया गया। इसमें किसी के भी घायल या मृत होने की खबर नहीं थी।
सिद्धांत के अनुसार, 250-300 आतंकवादी भारत में घुसपैठ करने के लिए तैयार हैं
16 दिसंबर 2023 को बीएसएफ के एक वरिष्ठ सहयोगी ने सुरक्षा बलों के जवानों से जानकारी ली कि पाकिस्तान सीमा पर 250 से 300 सैन्य दल तैनात हैं। ये जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की फिराक में हैं। व्होटे ने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया जाएगा।
विशेष के आईजी अशोक यादव ने आतंकियों को बताया कि हम (बीएसएफ) और सेना गठबंधन को नजर बनाए रखा गया है और हिरासत में लिया गया है। पिछले कुछ प्राचीन काल में सॉसेज और कश्मीर के लोगों के बीच के तत्वों में वृद्धि हुई है। अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कौशल को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…
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आतंकवादियों में पुलिस इंस्पेक्टर को गोली मारी, आतंकवादी संगठन टीआरएफ ने हमलों की जिम्मेदारी ली

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में 29 अक्टूबर 2023 को ईदगाह इलाके में एक आतंकी ने पुलिस इंस्पेक्टर को तीन गोलियां मारीं। गोलियाँ, पेट गर्दन और आँख में लगी। इंस्पेक्टर की पहचान मसरूर अली वानी के रूप में हुई है। मसरूर येचिपोरा ईदगाह इलाके में रहने वाले हैं। हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन टीआरएफ ने ली है। पूरी खबर पढ़ें…