आचार्य राम कृष्णम।
नई दिल्ली: कांग्रेस से निलंबित और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य राम कृष्णम ने कांग्रेस और अन्य संगठनों पर जोरदार प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत में लोकतंत्र खत्म हो गया तो क्या आप हर रोज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गिल दे रहे होंगे। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं अभी अबू धाबी, दुबई से खरीदने आया हूं। वहां हुकूमत के खिलाफ, सुल्तान के खिलाफ, एक भी शब्द नहीं बोला जा सकता। अगर कोई ऐसा करता है तो उसे जेल में डाल दूंगा। ‘भारत में भारत से अच्छा लोकतंत्र कहीं नहीं है।’
‘पीएम मोदी को उनके वनस्थली रहस्य का पता चला’
आचार्य कृष्णम ने कहा, ‘आप रोज प्रधानमंत्री को गिला देते हैं, रोज अपने प्रधानमंत्री को कोसते हैं, पानी पी-पी कर कोसते हैं। सभी एकत्रित वस्तुएं कोसटे हैं, इनके वन-स्थल हैं कि प्रधानमंत्री मोदी को दो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुनाह क्या है, उनका क्या गुनाह है कि वह सनातन की बात करते हैं? उनका क्या गुनाह है कि अयोध्या में 500 साल के संघर्ष के बाद उन्होंने राम मंदिर में करोड़ों लोगों की भावनाओं का सम्मान किया? उनका गुनाह क्या है ये है कि गॉल्फ राजस्थान में मंदिर का निर्माण? उनका क्या गुनाह है कि वह 140 करोड़ लोगों को न्याय की बात बताते हैं? उनका क्या गुनाह है कि उन्होंने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दिया है?’
‘जहां मंदिर तोड़े गए थे, वहीं मंदिर का निर्माण हुआ’
रामकृष्णम् आगे ने कहा, ‘वृंदावन में मंदिर बनाना, अयोध्या में मंदिर बनाना, काशी में मंदिर बनाना, पुरी में मंदिर बनाना, हरिद्वार में मंदिर बनाना बहुत आसान है, लेकिन, अबू धाबी में जहां हजारों साल पहले चुनकर की मूर्ति बनाई गई थी , वहां के मंदिर का निर्माण कार्य बहुत ही आश्चर्यजनक है, एक अजूबा है, एक चमत्कार जैसा है और मुझे लगता है कि इसके लिए अबू धाबी की हुकूमत की सराहना की जानी चाहिए। वहां के सुल्तान को इसकी श्रेय दिया जाता है और मोदी को इसका पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए, क्योंकि 2014 से पहले और 2014 के बाद यह सपना देखा गया था। किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि अबू धाबी में मंदिर बन सकता है।’
‘…तो अयोध्या में भी भव्य राम मंदिर नहीं बनता’
राम कृष्णम ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, ‘यूएई में, खाड़ी में भी इतना भव्य मंदिर बन सकता है, इतना दिव्य मंदिर बन सकता है।’ मुझे लगता है कि मोदी ने विश्व पटल पर भारत के गौरव को एक नई पहचान दी है, भारत को जो गौरवान्वित करने का काम किया है, सनातन को गौरवान्वित करने का काम किया है तो इसके लिए उन्हें श्रेय दिया जाना चाहिए। अगर भारत के प्रधानमंत्री के पद पर नरेंद्र मोदी न होते तो अयोध्या में भी भव्य राम मंदिर नहीं बनता। ‘अबू धाबी का मंदिर भी नहीं बनता और कल्कि धाम का दरवाजा भी नहीं बनता।’ (आईएएनएस)