रामकृष्ण का बड़ा बयान
राहुल गांधी ने कॉमिक्स सीट से नामांकन के बाद नौकरी के लिए नौकरी निकाली। विपक्ष का कहना है कि चुनाव लड़ने के लिए वो संविधान से डरकर भाग गए और ओपेरा को चुना। ये बात तो है नामांकन की लेकिन कभी राहुल गांधी के करीबी रहे अराच राम कृष्णम ने भी राहुल के साथ चुनावी जंग के फैसले पर एक सनसनीखेज बात कही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहकर राहुल गांधी ने लड़ाई का फैसला लिया है, लेकिन ये सच है कि विपक्ष में भी राहुल गांधी हारेंगे।
राम कृष्णम ने आगे कहा कि राहुल जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं, उन्हें देखते हुए हिंदुस्तान में तो उनकी असली छवि हो गई है। ऐसे में राहुल के लिए ये बेहतर होगा कि वो पाकिस्तान से चुनावी लड़ाई लड़ें क्योंकि उनकी पॉलिटिक्स के फैन हिंदुस्तान से ज़्यादातर पाकिस्तान में हैं।
दो खेमों में बंटेगी कांग्रेस
राम कृष्ण का दावा है कि जिस तरह के प्रियंका गांधी चुनाव मैदान में उतरकर वापस जा रहे हैं, जिस तरह के प्रियंका गांधी को सुपरस्टार, मसाओ या सुल्तानपुर से टिकट नहीं मिला, उनके कांग्रेस के अंदर एक धड़े में बहुत गुस्सा है। राम कृष्णम का दावा है कि राहुल गांधी के बयान पर राहुल गांधी की कांग्रेस की विचारधारा से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस के चुनाव नतीजे आते हैं तो 4 जून के बाद पार्टी के अंदर दो गुट बन जाएंगे। राहुल और प्रियंका गाँधी खेमे के नेता अलग-अलग हो जायेंगे।
कांग्रेस के दार्शनिक के दिल में धड़क रही मूर्ति
राम कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी की ये पलायनवादी नीति है, जिससे उनका पतन हो गया है। देश के प्रोटोटाइप का नाम है। प्रियंका गांधी का चुनाव न गठबंधन कांग्रेस के नेता और दिल में राजनेता धड़क रहे हैं…4 जून के बाद फटेगा। देश की आजादी के बाद कांग्रेस का एक और विभाजन सुनिश्चित है। कांग्रेस की दो धाराओं में बंटेगा एक धारा राहुल गांधी का होगा एक धारा प्रियंका गांधी का।