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Payu gets permission to operate as payment aggregator| details  | पेमेंट कंपनी ‘पेयू’ को नए ग्राहक जोड़ने की मंजूरी मिली: रिजर्व बैंक ने जनवरी 2023 में लगाई थी रोक, नए लाइसेंस के लिए अप्लाय करने को कहा था

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नई दिल्ली9 दिन पहले

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लगभग 15 महीने के इंतजार के बाद, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्रोसस बैंक फिनटेक फर्म PayU को अपग्रेड एग्रीगेटर (PA) के रूप में काम करने और नए व्यापारियों को फिर से जोड़ने के लिए इन निवेशकों को मंजूरी दे दी है। इन अप्रूवल अप्रूवल फाइनल लाइसेंस नहीं होता है, लेकिन इसके जरिए 6 से 12 महीने तक काम कर सकते हैं।

जनवरी 2023 में, मैकेनिकल रेग्युलेटर ने फिनटेक फर्म के एप्लिकेशन को वापस लेने के लिए पेट्रोलियम एग्रीगेटर के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। इसके लिए उसे फिर से आवेदन करने का निर्देश दिया गया था। इस कदम के बाद, PayU को अपने ऑनलाइन एग्रीगेशन बिजनेस के लिए नए मर्चेंट से जोड़ना बंद कर दिया गया था।

डेट, रेजरपे और कैशफ्री पर भी प्रतिबंध लगाया गया था
इसी तरह का प्रतिबंध प्रतिबंध, रेजर्पे और कैशफ्री पर लगाया गया था, जिसमें से रेजार्पे और कैशफ्री को पिछले साल दिसंबर में मंजूरी मिल गई थी। वहीं मनी कंट्रोल ने एक अन्य फिनटेक कंपनी क्रेडिट (CRED) को भी एग्रीगेटर को मंजूरी देने के लिए मंजूरी दे दी है।

सिद्धार्थ पार्टी सेवा प्रदाता होते हैं पठानकोट एग्रीगेटर
अपग्रेड एग्रीगेटर एक ऑर्थोडॉक्स पार्टी सेवा प्रदाता है, जो ऑनलाइन भुगतान करने और व्यापारियों को अपग्रेड लेने की सुविधा देता है। अपग्रेड एग्रीगेटर डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, कार्डलेस ईएमआई, यूपीआई, बैंक ट्रांसफर और ई-वॉलेट जैसे अपडेट कार्ड की सुविधा देता है।

FY24 की पहली रिपब्लिक में ₹1,757 करोड़ की कमाई
वित्त वर्ष 2022-23 में पेयू (पेयू) इंडिया ने 399 मिलियन डॉलर (करीब ₹3,323 करोड़) की कमाई की थी। वित्त वर्ष 2021-22 के अंतर्गत यह 31% अधिक था। वहीं, वित्त वर्ष 2023-24 की पहली योजना (अप्रैल 23-सितंबर 23) में कंपनी का कोर बैलेंस बिजनेस से आय 15% की बढ़ोतरी 211 मिलियन डॉलर (करीब ₹1,757 करोड़) रही थी।

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मार्च 2024 में यूपीआई ट्रांजेक्शन का नया रिकॉर्ड: 1,344 करोड़ ट्रांजैक्शन के जरिए ₹19.78 लाख करोड़ का आंकड़ा, FY24 में ₹199.95 लाख करोड़ का आंकड़ा

मार्च 2024 में यूनीपेरेटरी पैट्रोल्स याज़ यूपीआई के माध्यम से ट्रांज़ैक्शन का नया रिकॉर्ड बनाया गया है। इस दौरान 1,344 करोड़ रुपये के परिवहन के माध्यम से 19.78 लाख करोड़ रुपये की चोरी हुई। पिछले महीने यानि फरवरी 2024 में UPI के जरिए 1,201 करोड़ की कमाई हुई, जबकि 18.28 लाख करोड़ की कमाई हुई। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

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