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- ओला इलेक्ट्रिक शक्ति लॉन्च: भाविश अग्रवाल ने $30B एनर्जी स्टोरेज मार्केट में BESS की एंट्री की घोषणा की | अक्टूबर 2025
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इलेक्ट्रिक सामान बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक अब ऊर्जा भंडार बाजार में कदम रखने का प्लान बना रही है। ओला के सपोर्टिव डायरेक्टर भाविश अग्रवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर साइन दिया।
भावीश अग्रवाल ने पोस्ट में लिखा, ‘शक्ति को लेकर बहुत एक्साइटेड हूं। लॉन्च की तारीख की घोषणा कर दी गई है। अब यह सुबह 10 बजे लॉन्च होगा। इस पोस्ट में उन्होंने अपने प्रोडक्ट्स की कुछ तस्वीरें और एक वीडियो भी शेयर किया है। फोटो में प्रोडक्ट्स पर शक्ति लिखी हुई है। इस तरह के नमूने का पता लगाया जा सकता है कि उनके इस नए उत्पाद का नाम शक्ति है।

इससे पहले भाविश अग्रवाल ने एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने लॉन्च की तारीख 17 अक्टूबर बताई थी। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा था, ‘इस हम अपना पहला नॉन प्रोडक्ट लॉन्च कर रहे हैं। पावर हमेशा से एक यूटिलिटी रही है, लेकिन अब यह डीप टेक बन गई है – इंटेलिजेंट, लॉजिस्टिक्स और पर्सनल। 17 अक्टूबर को हमारे साथ बने रहें।’

भाविश की इन दोनों पोस्ट से पता चलता है कि ओला इलेक्ट्रिक कंपनी के अलावा एनर्जी सेक्टर में भी लॉन्च हो रही है। पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एनर्जी स्टोरेज का बाजार 2030 से 30 डॉलर यानी 2.64 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ सकता है।
वहीं ओला इलेक्ट्रिक ने इलेक्ट्रिकल फाइलिंग में कहा, ‘हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि भारत की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हील कंपनी ओला इलेक्ट्रिक, ऊर्जा क्षेत्र में अपने नए उत्पादों को पेश करना चाहती है, जिसका मतलब है नाम ‘ओला शक्ति’ है। हालाँकि, कंपनी ने ओला पावर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
पीटीआई ने गोदाम के गोदाम से बताया कि कंपनी का नया उत्पाद बैटरी बैटरी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) से शेयर हो सकता है, जो घर और यह रूम के लिए होगा। ओला इस प्रोडक्ट्स में अपनी तमिल गिगाफैक्ट्री में बनी 4680 भारत सेल टेक्नोलॉजी का बिजनेस। यानी इस उत्पाद में सौर ऊर्जा या बिजली को स्टोर करने के लिए उपयोग की आवश्यकता होती है।
ओला ऐसे टाइम मार्केट में एंट्री कर रही है, जब डिस्ट्रीब्यूटेड एनर्जी सोल्यूशंस की मांग बढ़ रही है। अगर ओला बैटरी कंपनी बैटरी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) बाजार में आ रही है, तो फायदा होगा। क्योंकि उनके पास पहले से मौजूद है, जो ट्रेडिशनल इनवेस्टमेंट से मार्केट में प्रवेश करने के लिए अपने बच्चों को कम कर देगा।
इसकी 5 GWh कैपेसिटी वाली गीगा फैक्ट्री को स्टोरेज के लिए आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है, वो भी बिना ज्यादा पैसा खर्च किए। साथ ही पूरे देश में फेल ओला इलेक्ट्रिक के स्टोर्स रिआयशी और स्टॉक एक्सचेंज के लिए तुरंत डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट्स का काम करेंगे।
कंपनी के यह सभी एसेट उसे BESS पिक्चर बनाने की तुलना में तेजी से बाजार में कदम रखने में मदद करेंगे। भारत का एनर्जी स्टोरेज सेक्टर एसोसिएट्स के लिए बड़े स्टॉक उपलब्ध हैं। ओला के शुरुआती देश में मैन्युफैक्चरिंग की कैपेसिटी को बढ़ावा दिया जाएगा, खासकर जब सरकारी स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है।