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- कर्नाटक जेल पुलिस की चेकिंग; कैदी ने मोबाइल फोन निगल लिया | शिवमोग्गा समाचार
बैंगलोर12 मिनट पहले
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कर्नाटक के शिवमोगा की जेल में कैद की सजा काट रहे कैदी परशुराम (28) को पेट दर्द की शिकायत पर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। विश्वासियों ने अपनी जांच की और कई सारे परीक्षण किए। उनका इलाज किया गया, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और उन्हें बेंगलुरु के विक्टोरिया हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया।
यहां अल्ट्रासाउंड में सामने आया कि परशुराम के पेट में कई बाहरी वस्तुएं हैं। इसके बाद 25 अप्रैल को उनकी सर्जरी की गई। पेट से एसोसिएट्स को फोन और सिम कार्ड मिलायें।
मित्र जन से संबंधित फ़ोन, 20 दिन से संबंधित था
आरोपियों को बताया गया कि पुलिस ने दुकान में घुसकर धोखे से फोन और सिम कार्ड ले लिया था। 20 दिन से मोबाइल पेट में था, जब दर्द सबसे ज्यादा बढ़ गया तो अस्पताल में भर्ती हुई थी।
दार्शनिकों ने बताया कि इतना छोटा फोन था कि परशुराम ने उसे आसानी से निगल लिया, फोन नली में भी नहीं फंसा, लेकिन छोटे अंत में निवेशक फंस गया। परशुराम ने सोचा था कि शौच के दौरान अपने पेट से बाहर निकलने के लिए फोन किया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। धीरे-धीरे उसकी तबीयत खराब हो गई।
वापस जेल भेज दिया गया
सर्जरी के बाद परशुराम को वापस शिवमोगा जेल भेज दिया गया। उनके जेल में मोबाइल कनेक्शन के खिलाफ मामला कर्नाटक प्रिजंस (संशोधन) अधिनियम 2022 के तहत दर्ज किया गया है।
जेल प्रशासन का कहना है कि जेल में मोबाइल, फार्म और अन्य सामानों की जांच के लिए लगातार सर्च किया जाता है। कई बार शौचालय या ऐसी जगह पर सामान छुपाते हैं, जहां कोई जांच नहीं की जाती। लेकिन परशुराम ने उसे ले लिया था।
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