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Justice Pratibha becomes Chairperson of WIPO Advisory Board of Judges | जस्टिस प्रतिभा WIPO एडवाइजरी बोर्ड ऑफ जजेज की चेयरपर्सन बनीं: कैम्ब्रिज से LLM किया, IPR पॉलिसी की थिंक टैंक टीम में रहीं, जानें कंप्‍लीट प्रोफाइल

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2 मिनट पहले

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जस्टिस प्रतिभा एम सिंह को वर्ल्ड एलायंस ने WIPO के जजों के सलाहकार बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया है। उनका नोटिफिकेशन 2025-2027 के लिए जारी हुआ है। न्यायमूर्ति प्रतिभा दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं।

WIPO एड्री बोर्ड ऑफ जजेज में अलग-अलग देशों के 10 जजों को शामिल किया गया है। इस एड डिलेकारी बोर्ड का नेतृत्व न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह अशोक ने किया।

जस्टिस टैलेंट यूनिवर्सिटी लॉ कॉलेज, बैंगलोर का टॉपर स्थान। वे अमेरिका के शिकागो में फिलिप सी. से मिले। जेसप म्यूट कोर्ट प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

लॉ कंप्लीट करने के बाद ही उन्हें कैम्ब्रिज कॉमनवेल्थ ट्रस्ट की तरफ से ODASSS स्कॉलरशिप मिली। इसका प्रदर्शन यूनाइटेड किंगडम के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हुआ। उन्होंने कैम्ब्रिज से एलएलएम किया। किया। फिर साल 1991 में उन्होंने दिल्ली बार काउंसिल में खुद को इनरोल स्टूडियो बनाया।

आईपी ​​​​वकील के रूप में क्रांति की शुरुआत

इसके बाद, प्रतिभा ने इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) के वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया। इस दौरान उन्होंने प्रिंटिंग, फॉर्मेट, डिजाइन, कॉपीराइट, इंटरनेट लॉ, और प्लांट वेराइटीज जैसे कई अहम मामलों को संभाला। फिर वो सिंह एंड सिंह नाम की लॉ फर्म की रियल मैड्रिड भी। यहां उन्होंने कॉमर्शियल डिस्प्यूट, आर्बिट्रेशन, मीडिया, एजुकेशन और रेगुलेटरी मामलों में काम किया।

दिल्ली उच्च न्यायालय ने एमिक्स क्यूरी बनाया

न्यायमूर्ति प्रतिभा ने सर्वोच्च न्यायालय, दिल्ली उच्च न्यायालय, टीडीएसएटी, आईपीएबी और पासपोर्ट एवं ऑफिस में नियमित रूप से न्यायाधीश की भूमिका निभाई। इसी दौरान दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें एमिकस क्यूरी (अमीकस क्यूरी) यानी न्याय मित्र भी नियुक्त किया।

फिर उन्होंने भारत की पहली नेशनल एलाइक्चुअल ग्रैंड राइट्स यानी आईपीआर पॉलिसी, 2015 (नेशनल आईपीआर पॉलिसी, 2015) तैयार करने वाली आईपीआर थिंक टैंक टीम में काम किया।

प्रतिभावान प्रयोगशालाओं को बेहतर करने वाली उच्च स्तरीय समिति के सदस्य। उन्हें रजिस्ट्रीकृत (2002), कॉपीराइट (2012) और भूगोल (जीआई) भवनों में बदलावों के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किया गया है। भारतीय वो उद्योग संगठन यानी सीआईआई की राष्ट्रीय कम्युनिस्ट कमेटी ऑन आईपीआर के सदस्य भी शामिल हैं।

2021 और 2022 में जस्टिस टैलेंट को एक्टिवेशन टेलीकॉम (मैनेजिंग आईपी) में लगातार दो साल तक 'आईपी में 50 सबसे प्रभावशाली लोग' की सूची में शामिल किया गया है।

2021 और 2022 में जस्टिस टैलेंट को एक्टिवेशन टेलीकॉम (मैनेजिंग आईपी) में लगातार दो साल तक ‘आईपी में 50 सबसे प्रभावशाली लोग’ की सूची में शामिल किया गया है।

साल 2022 में जस्टिस प्रतिभा को यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज के ह्यूजेस हॉल की ऑनरेरी फेलो का सम्मान मिला। ये सम्मान पाने वाले वे पहले भारतीय जज हैं। अभी वो महाराष्ट्र नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एमएनएलयू), मुंबई के सेंटर फॉर रिसर्च इन आईपी के सलाहकार सदस्य भी हैं।

एड डिज़ायर बोर्ड ऑफ जजेज में 10 जज

डब्ल्यूआईपीओ एड्री बोर्ड ऑफ जजेज में जस्टिस प्रतिभा एम. सिंह समेत कुल 10 जज शामिल हैं। इनमें लुइस एंटोनियो कैमार्गरो स्क्वायरारा (पनामा), डू वेइक (चीन), झानार डुसेनोवा (कजाकिस्तान), मोहम्मद एल्जेंड (मिस्र), जीन-क्रिस्टोफ़ गेट (फ्रांस), माइकल मैनसन (कनाडा), मुस्तफ़र मोहम्मद सियानी (तंजानिया), सवास पापासवास (लक्जमबर्ग), वू सुंग्योप (कोरिया) जैसे अन्य प्रतिष्ठित न्यायाधीशों के नाम हैं।

———————- ये खबर पढ़ें…

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