कैलास चन्द्र गह राजपूती और मुख्यमंत्री पीर सिंह धामी
उत्तराखंड के चंपावत से कैलाश गढ़ स्थित पूर्व विधायक का शुक्रवार को निधन हो गया। ये थे पूर्व नेता, मुख्यमंत्री परमपूजक सिंह धामी के लिए छोड़ी थी अपनी सीट। कैलास गाह राजपूती लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे शुक्रवार को मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री पुस्र्ष सिंह धामी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया है। कैला गाह से मृतकों की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।
पुष्कर सिंह धामी को बड़ा त्याग करना पड़ा
साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में जब मुख्यमंत्री पुरुस्कार सिंह धामी खटीमा से चुनाव हारे तो उनके बाद बीजेपी हाईकमान ने अपने ऊपर विश्वास रखते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। मुख्यमंत्री धामी 6 महीने में फिर से चुनाव जीत कर अपने विधायक को बचा चुके थे। चंपावत से उस समय विधानसभा चुनाव में जीते कैलाश गढ़ झूटी ने सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ दी। मुख्यमंत्री धामी चंपावत से चुनावी मुकाबला और रिकॉर्ड जीत दर्ज करते हुए अपनी प्रतिद्वंदी कांग्रेस की मजबूत टीम को 55,025 गोलों के अंतर से हरा दिया। गह झारखंडी पार्टी को ने राज्य वन विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया। ऑनलाइन कैबिनेट स्तर का दर्जा दिया गया था।
पिछले कुछ सालों से नाटकीय थे गह झूडी
पिछले कुछ वर्षों से कैलास गाह झारखण्डी थे। बीमारी के इलाज के लिए वह कई बार विदेश भी गए। युवाओं के बाद उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक कार्यकलापों में सराहना कम कर दी थी। हालाँकि जब भी जनता के बीच जाकर सभी की कुशलता अपनाई जाती थी। पिछले शनिवार को मुख्यमंत्री पुतिन सिंह धामी ने अपनी कॉलोनी स्थित आवास पहुंच कर मुलाकात की थी और कुशलक्षेम शास्त्री थे।
सीएम धामी ने कही ये बात
कैलाश चंद्र गाह के निधन पर मुख्यमंत्री पी. सिंह धामी को गहरा दुख हुआ। उन्होंने कहा कि वन विकास निगम के अध्यक्ष, पूर्व विधायक, प्रिय मित्र और बड़े भाई कैलास गह जूनी के निधन का पीड़ादायक समाचार सुन स्तब्ध हूं। कैलास का जाना संगठन, प्रदेश के साथ-साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। इस कोट अभिलाषा को शब्दों में बयान नहीं कर पा रहा हूं। आपने अपना पूरा जीवन जनसेवा में खपा दिया, आप एक आदर्श स्मारक के रूप में हमेशा याद किये जायेंगे। चम्पावत क्षेत्र के विकास के लिए एक समर्थक के रूप में आपका स्वागत है हमारा प्रेरणा स्रोत है।
अनिल बलूनी, हरीश रावत ने सहानुभूति दुख
कैलाश गाह के निधन पर भाजपा के उम्मीदवार अनिल बलूनी ने भी गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व नेता और उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गाह के निधन का समाचार प्राप्त हुआ। भगवान बद्री विशाल से प्रार्थना है कि दिव्य आत्मा को अपने श्री चरण में स्थान दें और शोकाकुल महल को इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने भी कैलाश गढ़ के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि चंपावत के पूर्व विधायक, एक होनहार युवा नेतृत्वकर्ता, कैलास गाह, जदयू के निधन से मुझे अत्यंत दुख हुआ है। इतनी कम उम्र में उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है। भगवान अपनी आत्मा को शांति दे और उनके अनुयायियों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।