एलविश यादव
नई दिल्ली: बिग बॉस फेम और मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एचडी ने एल्विश के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। डी.एच. एल्विश के पास मौजूद कार्मिकों के कार्मिकों की भी जांच। मिली जानकारी के मुताबिक, एल्विश के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
इसके अलावा खबर यह भी है कि एचडी एल्विश यादव के साथ बड़े होटल रिसॉर्ट्स और फार्म हाउस के सहयोगियों से भी पूछताछ की गई। बता दें कि पुलिस ने एल्विश यादव को गिरफ्तार किया था। वह जमानत पर बाहर हैं। एडी ने एल्विश पर इलेक्ट्रिक कसने की तैयारी कर ली है।
कब हुए थे गिरफ्तार?
एल्विश यादव को दार्शनिक जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत एक मामले में 17 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। सांप के जहर का मामला एल्विश यादव गौतमबुद्ध नगर के बफर जेल में बंद थे। 17 मार्च को एल्विश को पांच अन्य लोगों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में पुलिस ने एक बैंकेट हॉल में छापा मारकर 4 सैपरों समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था और 9 सांप और उनका जहर बरामद किया था। एल्विश यादव पर आरोप है कि वह रेव पार्टी के लिए सांपों के जहर का इस्तेमाल करते थे और सांपों का इस्तेमाल अपने वीडियो शूट के लिए भी करते थे।
वर्ष 2023 के अंत में पीपल्स फॉर एनिमल संस्था के राक्षस ने एल्विश यादव और उनके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल किया और सेक्टर-49 स्थित सेक्टर-49 में खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। इसके बाद पुलिस ने रेड की थीन पर पार्टी वाली जगह बनाई, जहां कोबरा के पास से पांच सेपरों के नौ सांप और 20 जहरीले जहर मिले थे। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी को जेल भेज दिया था.
इसके बाद संस्था के एडॉप्ट का एक विज्ञापन वायरल हुआ, जिसमें मुख्य अवस्थापना संस्था के एडॉप्ट की बात कही गई है। राहुल कह रहे हैं कि वह एल्विश की ओर से आयोजित वली यूनिवर्सल में शामिल हो गए हैं। राहुल ने अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ मिलकर काम किया। हालाँकि, बाद में सभी को ज़मानत मिल गई थी। पुलिस टीम ने एल्विश यादव के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंटिंग को नोटिस किया, जब उनके खिलाफ पुलिस को प्रमाण पत्र मिला तो पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी करने के लिए कहा। पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। पांच दिन तक जेल में रहने के बाद एल्विश की जमानत माफ कर दी गई।