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- एलन मस्क और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री विवाद मामला| एक्स सेंसरशिप में न्यायालय का आदेश
सिडनी10 दिन पहले
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ऑस्ट्रिलियन एंथनी अल्बानीज और एक्स के मालिक एलन मस्क
ऑस्ट्रेलिया की एक अदालत ने सोशल प्लेटफॉर्म मीडिया एक्स से कुछ सैट हाइड करने को कहा है। ये किताब पिछले हफ्ते सिडनी में एक बिशप की हत्या से जुड़ी थी। इसके बाद कंपनी के मालिक एलन मस्क और ऑस्ट्रेलिया के एंथनी अल्बानिज के बीच जंजी जंग की शुरुआत हुई।
कोर्ट के आदेश पर मस्क ने कहा, ‘आदेश का मतलब यह है कि कोई भी देश पूरे इंटरनेट पर नियंत्रण कर सकता है।’ ई-सेफ्टी कमिश्नर के पुराने ऑर्डर का जिक्र करते हुए मस्क ने कहा कि उन्होंने संबंधित मामले को पूरी तरह से हटाने को कहा था।
अल्बानिज बोले- हूली अरबपति से नौकरी के लिए जो जरूरी होगा
कमिश्नर के आदेश पर मस्क ने राष्ट्रपति एंथोनी अल्बानिज को टार्गेट करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री को लगता है कि पूरी पृथ्वी पर उनका अधिकार क्षेत्र होना चाहिए।’ मस्क के बयान पर पलटवार ने कहा कि राष्ट्रपति एंथोनी अल्बानिज ने कहा कि इस देश में ‘इस अरबपति की नियुक्ति के लिए भी उन्हें इसकी आवश्यकता है।
मस्क शॉक्ट हैं कि वह कानून से ऊपर हैं। यह विचार है कि किसी व्यक्ति विशेष के मंच पर विभिन्न प्रकार की सामग्री प्रदर्शित करने का अधिकार न्यायालय के पास है, इसमें उल्लेख है कि मिस्टर मस्क आउट-ऑफ-टच हैं।’ सोशल मीडिया को भी सामाजिक जिम्मेदारी वाले किरदार की जरूरत है।
15 अप्रैल को पश्चिमी सिडनी में बिशप की हत्या हुई थी
15 अप्रैल, 15 अप्रैल को पश्चिमी सिडनी के वेकले में ‘क्राइस्ट द गुड शेफ़र्ड’ चर्च के बिशप ‘मार मारी इमैनुएल’ की सामूहिक हत्या कर दी गई थी। इस चाकूबाजी में दो लोग घायल हो गए। इस मामले में 16 साल के एक लड़के पर नाव से जुड़े रास्ते में मामला दर्ज किया गया है।
सिडनी के वेकले में ‘क्राइस्ट द गुड शेफर्ड’ चर्च में एक चर्च सेवा के दौरान एक व्यक्ति ने बिशप ‘मार मारी इमैनुएल’ को चाकू मार दिया था। (सोर्स: रॉयटर्स)
किसी एक देश के अवलोकन पर चर्चा सेंसर करना ठीक नहीं है
अदालत के आदेश के बाद मस्क ने कहा कि हमने मामले से जुड़े सभी मामले ऑस्ट्रेलिया से हटा दिए हैं। लेकिन, कंपनी की चिंता यह है कि ऑस्ट्रेलियन ‘ई-सेफ्टी कमिश्नर’ की मांग है कि अगर बायबैक से कोई भी सामान हटाया जाता है, तो कोई भी और देश पूरे इंटरनेट को कंट्रोल करने से कैसे बचा सकता है।
मस्क बोले- एक्स का मतलब फ्री स्पीच और सच
मस्क ने अपने एक्स हैंडल से एक मीम पोस्ट किया है जिसमें दिखाया गया है कि एक्स का मतलब ‘फ्री स्पीच और सच’ है, जबकि अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘सेंसरशिप और प्रोपेगेंडा’ से चल रहा है।
X ग्लोबल सेंसरशिप विज्ञापन के खिलाफ़ जारी है
डोज डिज़ाइनर के नाम के एक एक्स हैंडल ने लिखा है कि, ऑस्ट्रेलिया के ई-सेफ्टी कमिश्नर ने ग्लोबली कुछ पोस्ट को रोक का ऑर्डर दिया है। ऐसा नहीं करने पर रोजाना 5 लाख डॉलर (करीब ₹4.16 करोड़) जुर्माने की बात कही है। एक्स इन ग्लोबल सेंसरशिप के खिलाफ लड़ाई जारी है। अब एक्स प्रीमियम मेंबरशिप लेकर इस प्लेटफॉर्म का समर्थन करने का समय आ गया है।
सेव फ्री स्पीच मिशन पर काम कर रहे मस्क
मस्क ने 2022 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म प्लेटफॉर्म को लाइक के बाद इसमें कई बदलाव किए। सबसे बड़े बदलावों में मंच का नाम स्मृति एक्स करना और ‘सेव फ्री स्पीच’ यानी ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ को बढ़ावा देने के मिशन पर काम करना शामिल था।
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ब्राजीलियन जज ने एक्स को बैन करने की धमकी दी: मस्क बोले- जज को हटाओ, ब्राजीलियाई जज ने संविधान और लोगों को धोखा दिया
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क ने ब्राजील के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश ‘अलेक्जेंड्रे डी मोरेस’ को पद से हटाने की मांग की है। मस्क चाहते हैं कि जज रिजाइन करें या सरकार की ओर से महाभियोग बहाल करें उन्हें हटा दिया जाए। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
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एक्स ने फरवरी-मार्च में 2 लाख भारतीयों पर प्रतिबंध लगाया: सेक्सुअल एब्यूज और ग्रोव्ह को प्रमोशन पर कंपनी ने लिया एक्शन
एलन मस्क के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स ने भारत में एक महीने के अंदर 2 लाख से ज्यादा अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। इन अकाउंट्स को इंजील सेक्सुअल एब्यूज और न्यूडिटी को बढ़ावा देने वाले प्रमोशन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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