डोंगरगढ़:आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज ने मुनि मार्ग को प्रशस्त करते हुये नैनागिर में पहली बार नारी समाज को मोक्षमार्ग पर प्रशस्त करते हुये सर्व प्रथमआर्यिका गुरुमति माताजी,दृणमति माताजी सहित 11 आर्यिकाओं को दीक्षा प्रदान की थी तथा 12 क्षुल्लक दीक्षा सिद्धक्षेत्र नैनागिर में संपन्न हुई थी” उपरोक्त उदगार निर्यापक मुनि श्री समतासागर महाराज ने चंद्रगिरी (डोंगरगढ़) में विराजमान आर्यिकासंघ एवं ऐलक श्रीनिश्चयसागर महाराज की दीक्षा महामहोत्सव के अवसर पर प्रातःप्रवचन सभा में व्यक्त किये।
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इस अवसर पर क्षेत्र पर विराजमान आर्यिकाओं ने आचार्य श्री को याद करते हुये अपने संस्मरण को सुनाया प्रवक्ता अविनाश जैन विद्यावाणी एवं प्रचार प्रमुख निशांत जैन ने बताया दौपहर में आयोजित धर्म सभा में कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन से हुआ तत्पश्चात विराजमान निर्यापक श्रमण मुनि श्री समतासागर जी मुनि श्री पवित्रसागर जी,मुनि श्री आगमसागर जी,मुनि श्री पुनीत सागर जी महाराज का पाद प्रछालन ऐलक श्री निश्चयसागर जी,ऐलक श्री धैर्यसागर जी,ऐलक श्री निजानंद सागर जी,ऐलक श्री स्वागत सागर जी,क्षु. श्री संयम सागर जी महाराज तथा संघस्थ ब्रहम्चारीओं ने किया तत्पश्चात आर्यिकारत्न गुरुमतिमाताजी,आर्यिका रत्न दृणमति माताजी आर्यिकारत्न आदर्श मति माताजी,आर्यिकारत्न पावनमतिमाताजी,आर्यिकारत्न भावनामति माताजी सहित सभी आर्यिकासंघ ने मुनि श्री की तीन परिक्रमा कर नमोस्तु निवेदित किया।इस अवसर पर आचार्य गुरुदेव विद्यासागरजी महामुनिराज की संगीतमय पूजन की गई एवं मुनिसंघ तथा आर्यिकासंघ एवं ऐलक श्री निश्चयसागर महाराज ने आचार्य भगवन् को याद करते हुये उनकी महिमा को प्रकट किया इस अवसर पर मुनि श्री ने कहा कि विगत दिनों आप सभी पूज्यता के भाव से आचार्य गुरुदेव के चरण तो मंदिरों में अथवा क्षेत्र पर स्थापित करने के लिये ले ही जा रहे है, साथ ही श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान की आराधना का माड़ना जो आपने रखा था उसे भी स्मृति स्वरुप एक निश्चित राशी देकर अपने नगर के जिनालय हेतु ले जा सकते है जिससे आप समय समय पर अष्टान्हिका पर्व या अन्य दिनों में विधान करेंगे तो धर्म की प्रभावना भी होगी और चंद्रगिरी तथा आचार्य श्री की स्मृति भी बनी रहेगी।इस अवसर पर
वर्धा, छिंदवाड़ा, परतवाड़ा महाराष्ट्र से आये श्रद्धालुओं ने तथा राजनांदगांव,कवर्धा, दुर्ग,रायपुर,से बड़ी संख्या में पधारे श्रद्धालुओं ने मुनिसंघ तथा आर्यिकासंघ का आशीर्वाद प्राप्त किया।