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Delhi NCR Schools Bomb Threat Case Update; Russian Mailing Service | Mail.ru | दिल्ली के स्कूलों में बम वाले फर्जी ई-मेल का मामला: पुलिस ने इंटरपोल के जरिए मेलिंग कंपनी Mail.ru से संपर्क किया; CBI को भी लिखा लेटर

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नई दिल्ली6 मिनट पहले

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तस्वीर के दिल्ली संस्कृति स्कूल की है।  ख़तरनाक मुलाक़ात के बाद स्कूल को खाली कर दिया गया था।  - दैनिक भास्कर

तस्वीर के दिल्ली संस्कृति स्कूल की है। ख़तरनाक मुलाक़ात के बाद स्कूल को खाली कर दिया गया था।

दिल्ली- केस 200 से अधिक स्कैलप कोबम की खतरनाक वाले ई-मेल मीटिंग में दिल्ली पुलिस ने रूस की मेलिंग सेवा कंपनी Mail.ru से संपर्क किया है।

2 मई को दिल्ली पुलिस ने इंटरपोल के लिए मेलिंग कंपनी से कॉन्टैक्ट्स एसोसिएट के जरिए ई-मेल के जरिए सही जानकारी मांगी। साथ ही सीबीआई को इंटरपोल चैनलों के बारे में जानकारी की छूट के साथ भी पत्र।

मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई जानकारी में कहा गया है कि स्कैलन्स को मिले बम की अफवाह वाले ई-मेल का उद्देश्य बड़े पैमाने पर लोगों की हत्या करना और दिल्ली में सार्वजनिक व्यवस्था को अंजाम देना था। ये किया गया.

पुलिस के अनुसार, ई-मेल आईडी – savariim@mail.ru पर जांच के लिए सोशल मीडिया पर विश्वसनीयता की मदद ली गई है। टीम ने रूसी कंपनी से संपर्क करने के लिए उस कंपनी के टेलीकॉम एड्रेस का पता लगाया है। हमें शक है कि ई-मेल डिस्पैचर वाले ने अपनी पहचान पंजीकरण के लिए वीपीएन का उपयोग किया है।

पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि 2023 में साउथ दिल्ली के एक स्कूल में भी एक खतरनाक खतरनाक ई-मेल भरा हुआ था, जहां जिप्सी वाले ने मेल सर्विस, mail.ru का इस्तेमाल किया था। एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले में भी ई-मेल ट्रेड वाले का पता नहीं चल सका है।

स्कूल को खतरनाक भरा ई-मेल भेजा गया था।

स्कूल को खतरनाक भरा ई-मेल भेजा गया था।

वीपीएन से मदद से मेल पर आईपी पता लगाना मुश्किल
साइबर एड्रेस के अनुसार, वीपीएन या एन्क्रिप्टेड सर्वर के लिए मेल वीपीएन का उपयोग किया गया है तो उसके आईपी एड्रेस को ट्रैक करना मुश्किल हो सकता है।

वहीं, mail.ru पर दिए गए सुझाव में कहा गया है कि mail.ru में कई मेलिंग सर्विस ब्रोकरेज शामिल हैं, जिनके बिना किसी भी वेरिएटर के अकाउंटेंट की सुविधा मिलती है, जो टेम्परी ई-मेल एड्रेस द्वारा बनाई जाती है।

स्कूल अब इम्प्रूवमेंट को एक नया शेड्यूल जारी करने की योजना बना रहे हैं, जिसमें उनके बच्चों को इंडस्ट्रीज़ में शामिल करने के लिए कहा गया है और कहा गया है कि बम के इंस्टालेशन के लिए प्रशासन द्वारा सभी वैलेन्स का पालन किया जा रहा है। ।।

IFSO और 14C में मामले की जांच
जांचकर्ता मामले को आईएफएसओ (इंटेलिजेंस फ्रैगमेंट और स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) और भारतीय साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) समेत अन्य जांचकर्ताओं के लिए जारी किया गया है। मामले में आईपीसी की धारा 505 (2), 507 और 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।

स्कूल में बम से फर्जी मेल डिस्पले वाला पकड़ा गया
2 मई को ही दिल्ली पुलिस हेडक्वॉर्टर को दिल्ली के नांगलोई इलाके में मौजूदा स्कूल में बम रखने का मेल भेजा गया था। इस पर एक्शन लेने के बाद पुलिस ने पाया कि ई-मेल फर्जी है। इसके बाद पुलिस ने मेल डिपो वाले मॅनेज़ल को डिसाइड में ले लिया था।

पुलिस ने बताया कि मॉनेल ने डाक से भेजा था। उसकी काउंसिलिंग चली गई और उसे अन्जामले में बदल दिया गया।

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दिल्ली-एनसीआर के करीब 100 सिक्कों में आज सुबह बम जैसा खतरनाक सामान निकला था। इसके तुरंत बाद सभी स्कॉलों में दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता, फ़ायर की पकड़ और एम्बुलेंस पहुँचे। पुलिस ने बम की खोज के बाद बम की खोज की। पूरी खबर पढ़ें

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