पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने रविवार को अपने कर्मचारियों को उनके यौन शोषण के आरोपों के बारे में पुलिस को सूचित करने का आदेश दिया। गवर्नर बोस के निकोलस के खिलाफ़ एक सांकेतिक महिला कर्मचारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया था। इसके बाद कोलकाता पुलिस ने इस आरोप की जांच के लिए एक टीम का गठन किया था। बोस ने एक्स पर स्क्रीनशॉट के कर्मचारियों के लिए एक पोस्ट में लिखा कि यह स्पष्ट है कि संविधान के अनुच्छेद 361 (2) और (3) के तहत राज्य पुलिस गवर्नर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती है। राष्ट्रपति, राज्यपाल के पद पर रहने के दौरान उनके खिलाफ किसी भी अदालत में कोई आपराधिक जुर्माना नहीं लगाया जा सकता है। पुलिस ने शनिवार को अपने 4 कर्मचारियों की तलाश की थी। हमारे यहां निकोलस सामिल से मुलाकात की भी अपील की गई है। विशेष जांच दल (एसईटी) ने गवर्नर बोस के खिलाफ़ नियुक्तियों पर कोलकाता के 4 कर्मचारियों को तलब किया है। उन्हें आज शाम 4 बजे तक हरे स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में पेशी के लिए बुलाया गया है। संविधान के अनुच्छेद 361 के तहत संविधान में पुलिस के प्रवेश पर रोक के तहत स्थायी गवर्नर के खिलाफ किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकती है। निकोलस ने भी एक विज्ञापन जारी किया है, जिसमें गवर्नर बोस ने निकोलस में पुलिस के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। बोस का कहना है कि भ्रष्टाचार के दौरान अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए पुलिस की अयोग्यता से जांच की जा सकती है। महिला का आरोप न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, महिला का आरोप है कि वह 24 मार्च को स्थायी नौकरी का अनुरोध लेकर राज्यपाल के पास गई थी। तब गवर्नर ने बदसालूकी की। गुरुवार को फिर यही हुआ तो उसने स्टेट पुलिस अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई। गवर्नर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर महिला के पति का खंडन किया है। उन्होंने कहा, ‘ये मुझे बदनाम करने की साजिश है।’ मेरे ऊपर बेबुनियाद पर आरोप लगाए गए हैं। सत्य की जीत होगी। कोई भी मुझे गैरकानूनी यूक्रेनी लाभ चाहता है तो भगवान भला करे। ‘मैं मजबूर-हिंसा के खिलाफ लड़ाई नहीं रोक सकता।’ टीएमसी ने कहा- क्या मोदीजी गवर्नर से सफाई मांगेंगे, कांग्रेस के सांसद सागरिका घोष ने महिला के सहायक को लेकर एक वीडियो बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस पर गंभीर आरोप लगाया गया है। एक महिला जब गवर्नर सीवी आनंद बोस के पास गई तो उन्होंने उसके साथ दुर्व्यवहार, यौन उत्पीड़न और गलत व्यवहार किया। महिला अब पुलिस स्टेशन पहुंच गई है, जहां वह अपनी शिकायत दर्ज करा रही है। उन्होंने आगे कहा कि ये गंभीर आरोप तब लग रहे हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता पहुंच रहे हैं। मोदी जी नेपोलियन में ही रहेंगे। क्या मोदी जी राज्यपाल से सफाई मांगेंगे? मोदी जी पूछेंगे कि राजनेता में ऐसी घटना कैसी घटी? शुभेंदु अधिकारी बोले- आरोप साजिश तो नहीं राज्यपाल पर लगे आरोप भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यह देखने से लगेगा कि आरोप सही हैं या कोई साजिश है। 26,000 की नौकरी छोड़ दी गई, टेलीकॉम ग्रैमी पर संदेशखाली मुद्दा है। देखियेगा कि ये याचिका राजनीतिक साजिश है या नहीं। यदि यह सच है तो निश्चित तौर पर केंद्र सरकार कार्रवाई करेगी। यह खबर भी पढ़ें… गवर्नर बोस के खिलाफ अभी तक यौन उत्पीड़न की धारा में केस दर्ज नहीं हुआ है। बंगाल पुलिस कानूनी सलाह ले रही है कि इस मामले में कार्रवाई कैसे की जाएगी? इसका कारण यह है कि राज्यपाल के पद पर रहने वाले व्यक्ति को संविधान से केश और राष्ट्रपति से एमिटी मिल गई है। बोस पर अभी एक्शन क्यों नहीं हो सका…पढ़ें पूरी खबर…
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बंगाल गवर्नर ने राजभवन कर्मियों से कहा-पुलिस समन नजरअंदाज करें:सोशल मीडिया पर निर्देश दिया; महिला कर्मी की यौन शोषण शिकायत से जुड़ा है मामला

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