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- अरविंद केजरीवाल के कविता ईडी गिरफ्तारी मामला अपडेट; सुप्रीम कोर्ट| दिल्ली शराब नीति घोटाला
नई दिल्ली4 मिनट पहले
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21 मार्च को अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। 1 अप्रैल को स्ट्राइकर तिहाड़ जेल भेजा गया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार 7 मई को सुनाई जाएगी। इससे पहले 3 मई को जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर स्टाफ की बेंच ने कहा था कि रिपब्लिकन पार्टी के चुनाव को देखते हुए हड़ताल की जमानत पर विचार किया जा सकता है, ताकि वे कंपनी का हिस्सा बन सकें। वहीं, भारत राष्ट्रीय समिति (बीआरएस) नेता की कविता की कस्टडी भी 7 मई को खत्म हो रही है।
दिल्ली शराब मामले में 3 मई को दो घंटे तक सुप्रीम कोर्ट में बाजी मारी गई थी। बेंच ने कहा कि मेन केस में सर्जिकल ने अपने शिष्य और शिष्या को चुनौती दी है, इसमें समय लग सकता है। कोर्ट ने ईडी से कहा- अगली सुनवाई में जमानतदारों की दुकानों को भी चेक किया जाए.
वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी और ईडी की ओर से एएसजी एसवी वडोदरा ने सुप्रीम कोर्ट में दलीलें रखीं। सिंघवी ने एक बार फिर कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई सबूत नहीं है और वे आपराधिक गठबंधन हैं। स्ट्रॉबेरी ने ईडी के 9 समन का जवाब दिया था। जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं किया जा सकता है अपराधी का आधार नहीं हो सका।
वहीं, रसेल ने स्ट्रॉबेरी के अपराधियों का आधार बताया। उन्होंने कहा- फ्रांसिस्को को गिरफ्तार करने का फैसला सिर्फ जांच अधिकारी ने नहीं, बल्कि एक स्पेशल जज ने भी लिया था। दिल्ली के सीएम गिरफ़्तार नहीं किए जाने को लेकर उच्च न्यायालय भी गए थे, लेकिन अदालत ने जमानत पर रोक लगाने के बाद प्रवेश अनुमति से इनकार कर दिया।
3 मई की सुनवाई में कोर्ट रूम में बहस

30 अप्रैल की सुनवाई: सुप्रीम कोर्ट ने ईडी से 5 प्रश्न पूछे
- बिना किसी पौराणिक कार्यवाही के विजय मदनलाल चौधरी या अन्य मामलों में जो कहा गया है, उसके संदर्भ में आपराधिक कार्यवाही शुरू हो सकती है? (जस्टिस खन्ना ने कहा था कि अब तक स्क्रैच केस में कोई कुर्की नहीं हुई है। अगर हुई है तो ईडी को बताया जाएगा कि उनका रिश्ता कैसा था)
- मनीषी केस सईद में फैसले के दो भाग हैं- एक, जो उनके पक्ष में है, दूसरा, जो उनके पक्ष में नहीं है। स्ट्रॉबेरी का मामला किस भाग में आता है?
- पीएमएलए के धारा-19 के खिलाफ का वर्णन कैसे किया जाए, क्योंकि अपराधी और बिल्डरों के बजाय आवेदन करने के आ रहे हैं। यदि वे बाद में अपनाए गए हैं तो उन्हें पीएमएलए के खंड-45 के तहत उच्च मित्रों का समर्थन करना चाहिए?
- मामले में कार्यवाही शुरू हुई और कुछ समय बाद बार-बार होने वाली शिकायत दर्ज की गई। (इस संबंध में यह बताया गया है कि अंतर के गंभीर परिणाम होंगे। धारा 8 के लिए 365 दिनों की अधिकतम समय सीमा तय की गई है)
- डॉक्टर की टाइमिंग। चुनाव से पहले ऐसा क्यों?
29 अप्रैल की समीक्षा: सर्जक की तरफ से दी गई डेलीगेटें
- 3 स्टेज मौजूद हैं। दस्तावेज़, विश्वास करने का कारण और सामान्य होना। गिरफ़्तार करने का अधिकार का मतलब यह नहीं कि गिरफ़्तार कर लें। आरोप साबित होना चाहिए, सिर्फ शक नहीं होना चाहिए। आपके पास पैशाचिक या प्रमाणित करने का प्रमाण होना चाहिए। कुछ आधार होना चाहिए, जो हमें पता नहीं।
- बॉस को सीबीआई ने बुलाया, वे गए। ईडी के नोटिस का विस्तृत जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि वे नहीं आ सकते। आप आज ये नहीं कह सकते कि आप आए नहीं, इसलिए हमें गिरफ्तार कर लिया गया। ये मेरा अधिकार है कि मैं न जाऊँ।
- अगर किसी ने प्रमाणित नहीं किया है तो आप क्या कह सकते हैं कि उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है? अपरिष्कृत सर्जक को गिरफ़्तार किया गया। धारा 50 के तहत वहाँ कोई अभिवचन नहीं दिया गया। बिजनेसमैन साल तक नहीं गया। मेरी बेल को दिए गए विवरण से मुझे घर पर गिरफ्तार करने का आधार नहीं बनाया जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- आपको ईडी ने जो नोटिस भेजा, आपने उन्हें किस अंदाज में देखा। आप गिरफ़्तार और नौकरानियों के ख़िलाफ़ यहाँ आए हैं, आप ज़मानत के लिए मुक़दमे की अदालत में क्यों नहीं गए। इस पर फ्रांसिस्को के वकील सिंघवी ने कहा था कि अपराध अवैध है। ईडी के वकील ए.एस.वी.रॉयज ने कहा कि मैसाचुसेट्स ईस्टर्न कस्टडी का भी विरोध नहीं किया गया।
15 अप्रैल: सुप्रीम कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी कर बंधक पर जवाब मांगा
- 15 अप्रैल को अरविंद की याचिका पर ईडी से 24 अप्रैल तक कोलोराडो में मनी लॉन्ड्रिंग केस में जवाब मांगा गया था। हलफ़नामे में ईडी ने कहा कि कई बार समन भेजे जाने के बावजूद उन्होंने एजेंसी के साथ सहयोग नहीं किया।
- ईडी ने यह भी कहा कि किसी भी दुर्भावना या अन्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। किसी भी अपराध की जांच एक ऐसा क्षेत्र है जो जांच एजेंसी के लिए आरक्षित है। उनकी नौकरानी की भी जांच का हिस्सा है।
21 अप्रैल को स्ट्रॉबेरी, 1 से तिहाड़ बंद में बहाल हुई
ईडी ने 21 मार्च को शराब नीति केस में स्पेक्ट्रा को गिरफ्तार किया था। ईडी ने 22 मार्च को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दिल्ली के सीएम को 28 मार्च तक ईडी के पास तलब किया, जिसे बाद में 1 अप्रैल तक जारी किया गया। कोर्ट ने 1 अप्रैल को उन्हें 15 अप्रैल तक तिब्बती तानाशाही में तिहाड़ जेल भेज दिया था।
शराब नीति केश में इस साल 27 फरवरी, 26 फरवरी, 22 फरवरी, 2 फरवरी, 17 जनवरी, 3 जनवरी और 2023 में 21 दिसंबर और 2 नवंबर को समन भेजा गया था। हालाँकि, वे एक बार भी पूछताछ के लिए नहीं गए। हत्यारोपी अदालत और उच्च न्यायालय से राहत नहीं मिलती सर्जक सुप्रीम कोर्ट में।

9 अप्रैल को उच्च न्यायालय ने कहा- अरेस्ट राइट, ईडी ने साक्ष्य साक्ष्य नीचे दिए
दिल्ली उच्च न्यायालय ने 9 अप्रैल को कहा था कि ईडी ने हमारे समक्ष साक्ष्य प्रस्तुत किया है। हमने डॉक्यूमेंट्री को देखा, जो कर्मचारी हैं उन्हें गोवा के चुनाव के लिए पैसे भेजे गए थे। उच्च न्यायालय ने यह भी कहा कि हमें संवैधानिक अभिलेखों की फिक्र है, ना कि राजनीतिक अभिलेखों की। ईस्ट केसर सेंटर और सर्जिकल के बीच नहीं है। यह केस मास्क और ईडी के बीच है। उच्च न्यायालय ने कहा कि ईडी ने कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया। उनके पास साझीदारों और आप की दावेदारी के दावे हैं।
इसी मामले में जेल में बंद, संजय सिंह पर लगा आरोप
सबसे पहले शराब नीति केस में आप नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह की भी गर्लफ्रेंड बनी थी। सईद 26 फरवरी 2023 से जेल में बंद हैं। संजय सिंह को ईडी ने 4 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था। 2 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने संजय सिंह को ज़मानत दे दी थी। तिहाड़ में 6 महीने रहने के बाद 3 अप्रैल को वो बाहर आये थे।
