अनंतनाग6 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

2023 में करीब 4.50 लाख स्मारकीय गुफाओं के दर्शन देश में हुए थे।
कश्मीर के अनंत नाग जिले में स्थित महाराजा की पवित्र गुफा में बाबा स्नोनी की पहली तस्वीर सामने आई है। यह करीब 8 फीट ऊंचा है। शिवलिंग के दर्शन-पूजन के लिए माता-पिता से मिलते हैं लाखों हीरे। इस बार की यात्रा 29 जून से शुरू होगी जो करीब 52 दिन की सब्जी होगी। 29 अगस्त को रक्षाबंधन का दिन पूर्ण होगा।
यात्रा के लिए नामांकन 15 अप्रैल से प्रारंभ हो चुके हैं। सरकारी आदेश के मुताबिक 13 से 70 साल की उम्र तक भारतीय नागरिक यंगस्टर यात्रा कर सकते हैं। यात्रा के लिए जरूरी मेडिकल रेस्तरां की प्रक्रिया चल रही है।
15 अप्रैल से चल रही भर्ती
यात्रा के लिए 15 अप्रैल से ऑनलाइन और नेशनल दोनों तरह से करवा सकते हैं। श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर ऑनलाइन नामांकन के लिए लोग इन कर सकते हैं। मोबाइल ऐप से अपॉइंटमेंट लेना चाहते हैं तो श्री महाराजाजी यात्रा ऐप डाउनलोड करना होगा। वहीं, पंजाब नेशनल बैंक, एलजीबीटी, यस बैंक और जम्मू-कश्मीर बैंक से नए नामांकन करवा सकते हैं।

कैसे उत्तर:
यात्रा के लिए दो रूट पहलागाम रूट: इस रूट से गुफा तक पहुंचने में 3 दिन का समय लगता है, लेकिन ये रास्ता आसान है। यात्रा में चौंका देने वाली बात नहीं है। पहलगाम से पहला पर्यवेक्षण चंदनवाड़ी है। ये बेस कैंप 16 किमी दूर है। यहां से खुलासा शुरू होता है।
थ्री किम के बाद की यात्रा पिस्सू शीर्ष पर है। यहां से शाम को शेषनाग तक की यात्रा चलती है। यह यात्रा करीब 9 किमी की है। अगले दिन शेषनाग से यात्री पंचतरणी जाते हैं। येनाग शेष से करीब 14 किमी. पंचतरणी से गुफा सिर्फ 6 किमी दूर जाती है।
बालटाल रूट: समय कम हो, तो बाबा महाराज के दर्शन के लिए बालटाल रूट से जा सकते हैं। इसमें केवल 14 किमी की खड़ी चढ़ाई होती है, लेकिन सीधी खड़ी चढ़ाई होती है, इसलिए इस रास्ते पर एक जोड़ी खड़ी होती है। इस रूट पर सांकेतिक मार्ग और खतरनाक मोड़ हैं।

6 लाख यात्रियों के खाते से हो रही तैयारी
पिछली बार करीब 4.50 लाख आराम आए थे। इस बार 6 लाख यात्रियों के आने की संभावना है। यात्रा कम दिनों की है और भीड़ ज्यादातर ठहरे हुए हैं, इसलिए शेष भी बहुत ज्यादा जा रहे हैं। सम्पूर्ण रूट पर असंतुलित और स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था होगी। ऑक्सीजन बूथ, आइसीयू बेड, एक्स रे, सोनोग्राफी मशीन और ऑक्सीजन प्लांट से लॉन्च टू कैंप अस्पताल की अलग-अलग चल रही हैं।
इस बार ब्रॉडबैंड, गुफा तक खींच लेकर पहुंच बीआरओ की टीम
पहले पहलगाम से गुफा तक 46 किमी लंबा रास्ता 3 से 4 फीट और बालटाल वाला रूट 2 फीट का रास्ता था। अब इसे 14 फ़ुट तक प्लास्टर किया गया है। बॉर्डर रोड प्रमाण पत्र के अनुसार, बालटाल से गुफा तक 14 किमी रूट 7 से 12 फीट तक ढलान हो गई है। यह मोटर मोटर रोड है। साथ ही हेलिकॉप्टर की सेवा भी उपलब्ध है।

बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) ने 6 नवंबर 2023 को यंग गुफा तक के ढांचे का काफिला लॉन्च किया था। इसका एक वीडियो भी BRO के ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया था. बीआरओ ने संगम टॉप कैंप से गुफा तक और बालटाल के माध्यम से संगम टॉप तक सड़क को बंद कर दिया है, पैदल चलने वाले तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा का समय कम हो जाएगा। पढ़ें पूरी खबर…
किन बातों का ध्यान रखेंयात्रा के दौरान मेडिकल सुपरमार्केट, 4 पासपोर्ट पासपोर्ट फोटो, आधार कार्ड, आरएफआईडी कार्ड, किराये का फॉर्म अपने साथ रखें। प्रतियोगी फिटनेस के दावेदारों से हर रोज 4 से 5 किलोमीटर पैदल यात्रा की प्रैक्टिस करें।
सांस वाला योग जैसे प्राणायाम और दर्शन करें। यात्रा में ऊनी कपड़े, रेनकोट, सब्जी स्टिक, पानी की बोतलें और आवश्यक औषधियों का बेग अपने साथ रखें।
ये खबर भी पढ़ें…
200 आईसीयू बेड, 100 ऑक्सीजन बूथ और 5जी नेटवर्क की सुविधा; गुफा तक मोटर रोड

इस बार दक्षिण कश्मीर में फिल्म देर से शुरू हुई, लेकिन मार्च-अप्रैल तक रिलीज हो रही है। जिस अमरनाथ गुफा क्षेत्र में 10 फीट से ज्यादा बर्फ है। यात्रा के दोनों रूट पहलगाम और बालटाल से गुफा तक 2 से 10 फीट बर्फ में दबे हैं। इसलिए इसके जून तक पिघलने के आसार कम हैं। ऐसे में सेना यात्रा रूट को हर मौसम के हिसाब से तैयार किया जा रहा है।
पहली बार दोनों रूट तरह के 5जी नेटवर्क से लॉन्च होंगे। बर्फ पिघलते ही 10 मोबाइल टॉवर विध्वंसक। 24 घंटे बिजली के लिए ज्यादातर खंभे खराब हो गए हैं। पढ़ें पूरी खबर..