डोंगरगढ़ – छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र की जड़ें हिलाने का प्रयास किया जा रहा है। भारत निर्वाचन आयोग जैसी सर्वोच्च संवैधानिक संस्था की चुप्पी अपने आप में कई सवाल खड़े कर रही है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जो गंभीर मुद्दा उठाया है — कि एक विदेशी ब्राज़ील की नागरिक हरियाणा की मतदाता सूची में कैसे शामिल हो गई — यह देश के लोकतंत्र और जनविश्वास दोनों के लिए बड़ा खतरा है।
विष्णु लोधी ने कहा कि अब जनता पूछ रही है — निर्वाचन आयोग क्या कर रहा है ? क्यों नहीं हो रही इस मामले की निष्पक्ष जांच ? क्यों हर बार भाजपा के नेता निर्वाचन आयोग की जगह जवाब देते हैं ? क्या निर्वाचन आयोग अब केन्द्र सरकार के इशारों पर काम कर रहा है ? यदि ऐसा है तो यह लोकतंत्र के लिए अत्यंत चिंताजनक स्थिति है। जनता का विश्वास अब निर्वाचन आयोग से उठने लगा है। आखिर जिम्मेदारी किसकी है — भारत निर्वाचन आयोग की या केन्द्र सरकार की? यह सवाल अब देश के हर नागरिक, महिला, युवा , मजदूर, किसान, जवान के मन में उठ रहा है। विष्णु लोधी ने कहा कि वोट जनता का अधिकार है, और जब वही चोरी हो जाए तो लोकतंत्र का कोई अर्थ नहीं बचता।जनता अब इस अन्याय को सहन नहीं करेगी। देश की जनता समझ चुकी है कि लोकतंत्र बचाने के लिए अब उसे खुद आगे आना होगा। राहुल गांधी ने जो सवाल उठाया है, वह पूरी तरह जनहित में है। जिस पर निर्वाचन आयोग को तुरंत जांच कर स्पष्ट जवाब देना चाहिए था, वहां भाजपा के नेता सफाई देते हैं और निर्वाचन आयोग मौन रहता है — क्या यही लोकतंत्र है? विष्णु लोधी ने कहा कि जनता को अब यह तय करना होगा कि वह चुप रहकर अपने अधिकारों की चोरी देखेगी या फिर आवाज उठाकर देश के लोकतंत्र को बचाएगी।
भारत निर्वाचन आयोग को अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए — न कि सत्ता के इशारे पर काम करना चाहिए।
विष्णु लोधी ने कहा कि जनता अब जाग चुकी है, और देशहित में सही-गलत का फैसला खुद करेगी।
यह आवाज अब हर गांव, हर शहर और हर नागरिक की है —वोट हमारा अधिकार है, और उसकी चोरी हम नहीं सहेंगे।
