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Clash between students and police in JNU | JNU में छात्रों-पुलिस के बीच झड़प: छात्र संघ के अध्यक्ष समेत 28 हिरासत में: पुलिस ने छात्रों को वेस्ट गेट पर रोकने की कोशिश की

Published:


7 मिनट पहले

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मशहुर नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू में शनिवार शाम को कट्टरपंथियों का विरोध प्रदर्शन हुआ। वे यूनियन यूनियन अखिल भारतीय विधार्थी परिषद (एबीवीपी) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान दिल्ली पुलिस से बढ़त हो गई।

शरारती छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर चरित्र के साथ हमले का आरोप लगाया है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष नीतीश कुमार को भी हिरासत में ले लिया है।

पुलिस ने 28 छात्रों को हिरासत में ले लिया

वामपंथी छात्र शनिवार, 18 अक्टूबर की शाम को जे.एन.यू. पेपर्स से स्प्रिंग कुंज नॉर्थ स्टेशन की ओर मार्च करने वाले थे। हालांकि पुलिस ने बैरिकेडिंग कर छात्रों को पिल्ले के वेस्ट गेट पर रोक दिया।

इस दौरान स्टूडेंट्स के दोस्तों के साथ धक्का मुक्की हुई। पुलिस ने 28 छात्रों को हिरासत में ले लिया है। इनमें 19 लड़के और 9 लड़कियाँ शामिल हैं। वहीं, पुलिस ने छात्रों पर आरोप लगाया कि प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने बैरिकेड तोड़ दिया और धक्का-मुक्की में कई छात्र घायल हो गए।

मार्च बंद प्रोडक्शन को लेकर विवाद हुआ

लेफ्ट से जुड़े छात्र स्प्रिंग कुंज नॉर्थ स्टेशन की ओर मार्च कर रहे थे।

लेफ्ट से जुड़े छात्र स्प्रिंग कुंज नॉर्थ स्टेशन की ओर मार्च कर रहे थे।

स्प्रिंग कुंज नॉर्थ स्टेशन की ओर से मार्च कर रहे वामपंथी छात्रों को पुलिस ने वेस्ट गेट पर रोक दिया।

जेएनयूएसयू अध्यक्ष, वाइस प्रेसिडेंट और सचिव न्यायाधीश

जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष नीतीश कुमार, उपाध्यक्ष मंटिया फातिमा और उपाध्यक्ष मंतिया फातिमा को भी हिरासत में लिया गया है। इसके बाद छात्रसंघ अध्यक्ष ने वीडियो भी जारी कर इसकी जानकारी दी

पुलिस के मुताबिक दशहरे के दिन लेफ्ट और राइट विंग्स के बीच में छात्रों के बीच छापे हुए थे। पुलिस ने छात्रों के नेताओं से बात की और कानूनी कार्रवाई का वादा किया था, लेकिन छात्रों ने ये कारवाई करने के बाद उनकी निशानदेही जारी कर दी।

पुलिस की कार्रवाई से छात्र नाराज हो गए

3 अक्टूबर को जनरल बॉडी मीटिंग में नाइजीरिया केस के बाद पुलिस की तरफ से कार्रवाई न होने पर लेफ्ट गुट के छात्र नाराज हो गए।

जेएनयू में छात्रसंघ के अध्यक्ष के बाद छात्र भी राष्ट्रपति पद के लिए चले गए।

जेएनयू में छात्रसंघ के अध्यक्ष के बाद छात्र भी राष्ट्रपति पद के लिए चले गए।

छात्र संघ के अध्यक्ष ने न्याय के लिए जाने के बाज वीडियो जारी किये। उन्होंने कहा कि मीटिंग के दिन मुझे, वाइस प्रेसिडेंट और अन्य परामर्श ने एबीवीपी के लोगों ने कई घंटे तक बंधक बना लिया। हमारे पास पुलिस से शिकायत की। पुलिस आई लेकिन दिल्ली पुलिस के सामने एबीवीपी ने हमें मारा।

आज जब हम अपना जत्था विरोध कर रहे थे तो दिल्ली पुलिस ने भी हमें मारा, डरावने। हमसे मूल डाइट ले ली गई है लेकिन अभी तक एबीवीपी पर लाइसेंस दर्ज नहीं हुआ है।

लेफ्ट का आरोप- पुलिस एबीवीपी को बचाती है

वामपंथियों का आरोप है कि पुलिस अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों को बचाती है और उन पर कोई कार्रवाई नहीं करती है।

संगठन का कहना है कि कार्रवाई का वादा किया गया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।

बिना प्रदर्शन के प्रदर्शन कर रहे थे छात्र

पुलिस के मुताबिक शाम करीब 6 बजे 70-80 छात्र बिना रैली के वेस्ट गेट पर उतरे और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।

पुलिस ने सबसे पहले बैरिकेड लगाए रखे थे, ताकि पुतले छात्र नेल्सन मंडेला मार्ग पर न बढ़ें।

पुलिस ने सबसे पहले बैरिकेड लगाए रखे थे, ताकि पुतले छात्र नेल्सन मंडेला मार्ग पर न बढ़ें।

लेकिन छात्रों ने उन्हें तोड़ने की कोशिश की. इस रिवाल्वर में 6 इंजीनियर दोस्त हैं, जिनमें 4 पुरुष और 2 महिलाएँ हैं। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया है

पुलिस ने कहा- छात्रों ने क्लास की

छात्रों ने कहा कि दशहरे के दिन लड़ाई में पुलिस ने सिर्फ एक तरफ का पक्ष लिया, जबकि एबीवीपी के छात्रों ने हिंसा की। पुलिस ने बताया कि कुछ छात्रों ने समय-समय पर गैल-मैदान भी की थी। हिरासत में छात्रों को दिए गए नियंत्रण के लिए कार्रवाई की गई ताकि कोई बड़ा हादसा न हो। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से शांत रहने और अनुशासन की अपील की है।

जेएनयू प्रशासन ने कहा जांच होगी

जेएनयू प्रशासन ने कहा है कि मामले की जांच जारी है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, पेट्रोलियम में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है ताकि भविष्य में इसी तरह की यादें ताज़ा हो सकें। यह घटना छात्र संघ चुनाव से ठीक पहले हुई है, जब से सभी छात्र संगठन नामांकन में सक्रिय और प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। ऐसे में यह शैतान शैतान को और भी अधिक प्रेरक बना सकता है।

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