नई दिल्ली16 मिनट पहले
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देश की कई यूनिवर्सिटीज के करीब 200 कुल चांसलर्स और प्रोफेसरों ने राहुल गांधी को ओपन लेटर लिखा है। जिसमें प्रोफेसरों और कुलपतियों के सिलेक्शन प्रोडक्शन पर सवाल उठाते हुए आलोचना की गई है। साथ ही राहुल गांधी के प्लांट दिए गए सहयोगियों को निराधार बताया गया है।
इस पत्र में यह भी लिखा है कि राहुल गांधी ने राजनीतिक लाभ उठाने के लिए झूठ का सहारा लिया और पूरे सिस्टम को बदनाम कर दिया। हम अपील करते हैं कि कानून के खिलाफ उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
पत्र में क्या-क्या लिखा है…
- राहुल गांधी की एक्स पोस्ट और ओपन डिटेल से हमें पता चला कि यह दावा किया गया है कि यह कुल पद का आधार है, योग्यता का आधार नहीं बल्कि किसी संगठन से जुड़े होने का आधार है। कुल पुरोहित की चयन प्रक्रिया पर प्रश्नावली है। हम ऐसे विद्यार्थियों को अस्वीकार करते हैं।
- कुल शिष्यों के सिलेक्शन में योग्यता, विशेष योग्यता और ईमानदारी के आधार पर पारदर्शी विचारधारा अपनाई जाती है। ज्ञान के संरक्षक और प्रशासक पर विशेष रूप से हमारी अखंडता, नैतिक व्यवहार और अखंडता को बनाए रखने की जिम्मेदारी है।
- हम सभी अपील करते हैं कि अपने विवेक का उपयोग करने के लिए तथ्यों और विचारों में अंतर का उपयोग करें। निराधार अफवाहों को फैलाया गया उपदेश। ऐसी चर्चा में शामिल हों, जो किफायती और पोर्टेबल वातावरण बनाने के लिए हमारे लक्ष्यों का समर्थन करें।
- ईस्टर्न के नामी यूनिवर्सिटीज के कुलपतियों और एकेडमिक कॉमर्स ने सिलेक्शन कॉमर्स को लेकर हाल ही में दिए गए निराधार अनुसा का जवाब दिया है और उनका खंडन किया है।
- इस बात को देखने पर पता चला कि राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लिया है और राजनीतिक लाभ उठाने के इरादे से हमें बदनाम किया है। इसलिए, यह प्रार्थना की जाती है कि उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
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