डोंगरगढ़ – छत्तीसगढ़, जिसे धान का कटोरा कहा जाता है, एक कृषि प्रधान राज्य है, जहां धान की खेती और धान खरीदी हमेशा से एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है। अब एक बार फिर से इसको लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। किसानों के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने अपनी आवाज बुलंद की है।
क्यों कर रहे हैं विष्णु लोधी यह मांग ? विष्णु लोधी ने कहा की छत्तीसगढ़ में वर्तमान में धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल है, जिसे पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी सरकार ने लागू किया था। उस समय केंद्र सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 2203 रुपये तय किया था, लेकिन राज्य की तत्कालीन बीजेपी सरकार ने 3100 रुपये प्रति क्विंटल में धान खरीदा था, जिससे छत्तीसगढ़ के किसानों को 897 रुपये अतिरिक्त लाभ मिला था।
विष्णु लोधी ने कहा की इस वर्ष केंद्र सरकार ने धान के समर्थन मूल्य में 117 रुपये की वृद्धि की है, जिससे वर्तमान मूल्य 2320 रुपये हो गया है। इसी को देखते हुए विष्णु लोधी का मानना है कि राज्य सरकार को भी इस बढ़ोतरी को शामिल करते हुए धान का नया समर्थन मूल्य 3217 रुपये प्रति क्विंटल तय करना चाहिए, ताकि किसानों को अधिक लाभ मिल सके और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो। विष्णु लोधी ने कहा “धान छत्तीसगढ़ के किसानों की रीढ़ है, और उनकी मेहनत का सही मूल्य मिलना चाहिए। सरकार को किसानों के हक का सम्मान करते हुए 3217 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करनी चाहिए। यह कदम किसानों की आर्थिक सुरक्षा और खुशहाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। धान की खरीदी में देरी से किसानों की बढ़ी समस्याएं
विष्णु लोधी ने यह भी कहा कि राज्य में धान खरीदी की तिथि को 1 नवंबर से बढ़ाकर 14 नवंबर करने से किसान चिंतित हैं, क्योंकि वे त्योहारों के समय आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं।
धान की खरीदी 3217 रुपये में हो, किसानों का हक सुनिश्चित करे सरकार”- विष्णु लोधी

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