डोंगरगढ़ / राहुल ओझा : सत्ता सरकार के संपर्क में आते ही कई राजनेता और जनप्रतिनिधि कभी कभी ऐसा व्यवहार करते हैं मानो वे बाहुबली हों और उनका साम्राज्य तानाशाहीपूर्वक चलता रहे, उनको ऐसा लगता है कि उनका कोई कुछ बिगाड़ नहीं पाएगा क्योंकि सत्ता सरकार उनके जेब में है और वे जो चाहे वो कर सकते हैं।
डोंगरगढ़ विधानसभा में पहले भी ऐसा ही नजारा आए दिन देखने को मिलता था और अब सरकार बदलने के बाद भी यही नजारा देखने को मिल रहा है।
ताजा मामला डोंगरगढ़ विधानसभा के ग्राम बेलगांव का है जहां के एक ग्रामीण मुरली गेडाम को क्षेत्रीय भाजपा नेता एवं जनपद सदस्य रवि अग्रवाल के द्वारा घर में घुसकर गाली गलौच व मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है।
उक्त मामले को लेकर पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव को लिखित शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है।
उक्त मामले में रवि अग्रवाल से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क साधा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
टी आई सी.आर चंद्र ने कहा :
वहीं डोंगरगढ़ थाना प्रभारी सीआर चंद्रा ने दोनों पक्षों के आरोप प्रत्यारोप को मनगढ़ंत बताते हुए कहा कि वे घटना के समय बेलगांव में ही मौजूद थे
थाना प्रभारी c.r चंद्रा के अनुसार यह घटना 10 दिन पहले की है और दोनों पक्षकार द्वारा शिकायत आवेदन डोंगरगढ़ डोंगरगढ़ थाना प्रभारी कार्यालय मे दिया गया था।
फिर प्राथमिक शिकायत किसी भी पक्षकार का क्यों दर्ज नहीं किया गया ।
टी. आई चंद्रा द्वारा मीडिया से यह कहा गया कि मौके पर जनपद सदस्य रवि अग्रवाल व शैलेश अग्रवाल तथा गांव के 10 से 12 युवक पहले से खड़े हुए थे। मामला शांत हो गया था।
उनके पहुंचने के पहले पुलिस स्टाफ आने के बाद मामला दोबारा कैसे बढ़ गया???
जब खुद दलबल के साथ गांव में घटना के समय मौजूद थे तो गांव के युवकों को आरोपी या उसके परिवार वालों को बुलाने के लिए क्यों भेजा? और बाद में पुलिस स्टाफ को भेजने का कारण संदेहास्पद है?? मौके पर राजीनामा वादी तथा प्रतिवादी किसके बीच हुआ यह भी खोज का विषय है
और थाना प्रभारी के समक्ष अपराधी के जगह अपराधी के भतीजे या परिवार के अन्य सदस्य को बुलाकर राजीनामा या आपसी समझौता करवाना यह भी समझ परे हैं
थाना प्रभारी के कथन अनुसार विवाद मुरली तथा शैलेश अग्रवाल के बीच हुआ था तो पीड़ित परिवार की महिला और बच्ची इतने भयभीत होकर जनपद सदस्य रवि अग्रवाल भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री राम जी भारती का नाम क्यों ले रहे हैं?
पिडित परिवार के महिलाओं तथा बच्चियों द्वारा लगाए गए संगीन आरोप और थाना प्रभारी डोंगरगढ़ सी.आर चंद्रा द्वारा मीडिया के सामने यह कहा जाना की मौके पर रवि अग्रवाल जनपद सदस्य घटना के समय मौजूद थे कहीं ना कहीं मामले को गंभीरता की ओर इशारा कर रहा है
पीड़ित परिवार द्वारा थाना डोंगरगढ़ से लेकर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव तक न्याय की गुहार लगाई जा रही है आगे या मामला जांच का विषय है।पीड़ित कोई भी हो और अपराधी कोई भी हो ना कोई कानून से बड़ा है और ना कोई कानून के दायरे से बाहर है।
सही जांच होकर पीड़ित को सही न्याय मिलना चाहिए
थाना प्रभारी द्वारा बताया गया कि दोनों पक्षों द्वारा शिकायत आवेदन दिया गया है जिसकी जांच की जाएगी
जनपद सदस्य रवि अग्रवाल का मीडिया द्वारा उनका पक्ष जानना चाहा गया तो उन्होंने समय की व्यस्तता का हवाला देते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया
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