नई दिल्ली3 मिनट पहले
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गृह मंत्री अमित शाह के फ़ेक वीडियो मामले में एफआईआर दर्ज दिल्ली पुलिस ने आपराधिक साजिश का मामला भी जोड़ा है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि हमारे खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी (आपराधिक साजिश रचने की सजा) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है, क्योंकि जांच के दौरान बड़ी साजिश का संकेत मिलता है।
गृह मंत्रालय के अधीन आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेट सेंटर की तरफ से शिकायत पर स्पेशल सेल ने रविवार को इस मामले में धारा 153 (दंगा भड़काने की स्थापत्य से सख्त बात फैलाना), 153A (जाति, जन्म स्थान के धर्म स्थान के आधार पर) अलग-अलग समुदाय के बीच नफरत फैलाना), 465 (किसी के सम्मान को थेस दस्तावेज के लिए झूठ बोलना), 171G (चुनाव के संबंध में गलत बयान देना) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी।
शुक्रवार को पुलिस ने तेलंगाना कांग्रेस के सदस्य को गिरफ्तार कर लिया था
एक दिन पहले ही पुलिस ने कांग्रेस के एक सदस्य को गिरफ्तार किया था. यूनिवर्सल की पहचान अरुण बीरेड्डी के रूप में हुई है। वह तेलंगाना में कांग्रेस के सोशल मीडिया विंग के राष्ट्रीय समन्वयक हैं। अपराधी के बाद रात को उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की कस्टडी में भेज दिया गया।
पुलिस की स्पेशल सेल नेरेड बीडी से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, बीरेडडी कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के अहम सदस्य हैं और इसमें कई लोग शामिल हैं, अमित शाह के फर्जी वीडियो को उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इसे अपने परिवार के साथ भी साझा किया था।
क्या है अमित शाह का डीपफेक वीडियो मामला?
27 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक पोस्ट वीडियो वायरल हुआ। इसे तेलंगाना कांग्रेस और सीएम रेवंत रेड्डी ने साझा किया था। वे इसमें एससी-एसटी और ओबीसी के आरक्षण को खत्म करने की बात कर रहे हैं। पीटीआई की फैक्ट चेक यूनिट ने कहा है कि मूल वीडियो में अमित शाह ने तेलंगान में अभिनेत्री के लिए असंवैधानिक जीरो की कही थी बात।