राहुल गांधी
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता प्रज्वल रेवन्ना के समर्थन का आह्वान करते हुए जनता दल सेक्युलर नेता प्रज्वल रेवन्ना को हरसंभव मदद की पेशकश की है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने सिद्धरमैया को लिखे पत्र में कर्नाटक के न्यूनतम रेवन्ना के कार्यों की निंदा की और उनके प्रतिद्वंद्वी मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हाथ होने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ रैली करते हुए कहा कि वे अभी तक ऐसे स्मारक नहीं हैं, जो महिलाओं के उत्पीड़न के मामलों पर लगातार कायम रहते हैं। गांधी जी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री को अपने पत्र में लिखा था, ‘मैं आपको (राम) सिद्ध करता हूं कि कृपया राक्षसों को हरसंभव सहायता प्रदान करें।’
उन्होंने कहा, ‘वे हमारी करुणा और एकजुटता के पात्र हैं क्योंकि वे न्याय के लिए अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह सुनिश्चित करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है कि इन जघन्य अपराधों के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को सजा दी जाए।’ गांधीजी ने आरोप लगाया कि प्रज्वल रेवन्ना ने कई वर्षों तक सैकड़ों महिलाओं का यौन शोषण किया और उनके बनाए वीडियो को देखा।
महिलाओं से की गई सजावट:राहुल
गांधी ने कहा, ‘उनमें से कई महिलाएं, जो उन्हें भाई और बेटों के रूप में पहचानती थीं, उनके साथ भी हिंसक तरीकों से नैतिकता और उनकी गरिमा को धोखा दिया गया था। ‘हमारी गर्लफ्रेंड और गर्लफ्रेंड से दोस्ती के लिए सबसे कड़ी सजा की आवश्यकता है।’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मुझे यह जानकर गहरा सदमा लगा कि दिसंबर 2023 में जी देवे गौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना की हरकतों, विशेष रूप से उनकी यौन हिंसा के इतिहास और वीडियो के बारे में हमारे गृह मंत्री अमित शाह को बताया था।’
उन्होंने कहा कि इससे भी अधिक डेटशीट वाली ने कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं को इन वीभट्स की जानकारी थी लेकिन इसके बावजूद उन्होंने एक रेपिस्ट को बढ़ावा दिया। गांधी ने कहा, ‘इसके अलावा केंद्र सरकार ने भारत से रेवन्ना के दस्तावेज वापस ले लिए हैं ताकि जांच को नुकसान पहुंचाया जा सके।’ इन ‘अपराधी’ की प्रकृति को देखा गया और प्रधान मंत्री और गृह मंत्री के सिर पर हाथ होने से जेड-एस नेताओं को मिले फायदे की कड़ी निंदा की जानी चाहिए।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘अपने दो दशकों के जनसेवा इतिहास में मैंने कभी ऐसा वयोवृद्ध स्मारक नहीं देखा, जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर लगातार कायम रहे। ‘हरियाणा की हमारी पुर्तगालियों से लेकर सभी भारतीय महिलाओं को ऐसे मोटरसाइकिलों को प्रधानमंत्री के रूप में समर्थन दिया जाता है।’
गांधी ने कहा था कि समानता और समानता के लिए न्याय की लड़ाई कांग्रेस का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि कर्नाटक सरकार ने इन गंभीर आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एससेटी) का गठन किया है और प्रधानमंत्री से प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने और उन्हें जल्द से जल्द भारत में शामिल करने का भी वादा किया है। किया है.’ (इनपुट: भाषा)